शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

कविता: ब्लैक बोर्ड

ब्लैक बोर्ड
ब्लैक बोर्ड होता काला ।
पडे न इससे मेरा पाला ॥
अगर पड गया इससे पाला ।
तो वी० के० यादव ने पीट डाला ॥
मैं तो हो जाऊंगा काला ।
बच्चे चिडाये काला काला ॥
क्या पड़ा वी० के० से पाला ।
तुम्हारे जगह मैं होता लाला ॥
तो ब्लैक बोर्ड होता न काला ।

लेखक सोनू कुमार, कक्षा , अपना घर

3 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

ये वी के यादव कौन हैं?? नाम के आगे पीछे श्री/जी नहीं दिखा तो लगा आपके हमउम्र मित्र होंगे.

संगीता पुरी ने कहा…

बढिया रचना !!

amritwani.com ने कहा…

बहुत अच्चा लगा पद कर धन्यवाद

अमृत 'वाणी'.कॉम
http://kavyakalash.blogspot.com/