सोमवार, 20 सितंबर 2021

कविता : "हिंदी दिवस "

"हिंदी दिवस "

 उन शब्दों की श्रृगार है हिंदी | 

जो हर हिदुस्तानियों के लब्जो पर भंडार है हिंदी ,

गहनों में सजावट है हिंदी |  

हर एक शब्दों में बनावट है हिंदी ,

सहज तरीके से बोले जाने वाली | 

फूल की किलकारी वह हिंदी ,

इस पावक दिवस पर | 

नई उंमग की उत्सव है हिंदी ,

कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 11th 

अपना घर

 

1 टिप्पणी:

कविता रावत ने कहा…


नई उंमग की उत्सव है हिंदी
हिंदी है तो हिंदुस्तान है, धड़कन है हमारे हिंदुस्तान की
बहुत सुन्दर बाल रचना