"हिंदी दिवस "
उन शब्दों की श्रृगार है हिंदी |
जो हर हिदुस्तानियों के लब्जो पर भंडार है हिंदी ,
गहनों में सजावट है हिंदी |
हर एक शब्दों में बनावट है हिंदी ,
सहज तरीके से बोले जाने वाली |
फूल की किलकारी वह हिंदी ,
इस पावक दिवस पर |
नई उंमग की उत्सव है हिंदी ,
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 11th
अपना घर
1 टिप्पणी:
नई उंमग की उत्सव है हिंदी
हिंदी है तो हिंदुस्तान है, धड़कन है हमारे हिंदुस्तान की
बहुत सुन्दर बाल रचना
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