" पानी "
पानी है तो मेरा जीवन,
अगर पानी न होता तो हम नहीं |
पानी रहे साफ तो मैं भी साफ,
पानी नहीं तो कोई नहीं माफ़ |
पानी है तो जीवन है,
पानी है तो कल की सुबह है |
सुधर जाओ तुम तुम सभी,
वरना पाओगे पानी न कभी |
पानी की करो अभी से बचत,
हाथ मलते रह जाओगे जब होगी खपत |
कवि : बिट्टू कुमार , कक्षा : 3rd , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता बिट्टू के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | यह बिट्टू की पहली कविता है जिसको बहुत ही मन से लिखी है | इस कविता का शीर्षक " पानी " है | बिट्टू कवितायेँ लिखने के अलावा स्केटिंग भी चलाता है |
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