मंगलवार, 1 जनवरी 2019

कविता : छोटी सी खुशियाँ

" छोटी सी खुशियाँ "

ये छोटी सी खुशियाँ ,
मेरी जिंदगी में रंग लाएगी |
ये छोटी सी मंजिल ,
मेरी जिंदगी को बनाएगी |
ये छोटी सी महक ,
पूरे संसार में खुशबू फैलाएगी |
ये छोटी सी रौशनी,
मेरी जिंदगी में राह दिखाएगी |
ये छोटी सी कोशिश,
हर किसी की जिंदगी बनाएगी |
यह कठिनाई का रास्ता,
राही को चलना सिखाएगी|
ये छोटी सी खुशियाँ ,
मेरी जिंदगी में रंग लाएगी |


नाम : सार्थक कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता अपना घर के छात्र सार्थक के द्वारा लिखी गई है | सार्थक कक्षा 8 का विद्यार्थी है  | सार्थक को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है और लोगो से बातचीत करना भी बहुत पसंद है | सार्थक पढ़ने में बहुत होशियार और कक्षा में दोस्तों के साथ साथ अच्छा बर्ताव है | सार्थक के माता - पिता ईंट भट्ठों में ईंटे पाथने का काम करते हैं |

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