" परिवार का प्यार "
परिवार का प्यार अनमोल होता है,
जिसको नहीं मिला वह रह -रहकर रोता है |
जब - जब यादें आती हैं,
आँसुओं की नदियाँ बह जाती हैं |
प्यार जिसको मिला,
वो कितना खुश नसीब है |
जिसको कभी प्यार नहीं मिला,
वह आँसुओं के करीब है |
मिली नहीं ये चीजें कोई बात नहीं,
जो दिया है खुशियाँ और प्यार
ये दे सकता कोई और नहीं |
कवि : देवराज कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
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