पहल होगी चारों ओर
जब सूरज ढल जाएगा , तब बालक सो जाएगा .....
सूरज के आते ही ,
वह भी उठ जाएगा......
कलियाँ खिलेगी पुष्प सुगंध देगे,
भँवरे उस पर मंडराएगें ......
कौवा बैठा डालपर बोल उठेगा,
आम खाता तोता टाव - टाव कर गाएगा ......
सब पक्षी चह चाहएंगे ,
बच्चे शोर मचाएंगे ......
हवा चलेगी चारों ओर ,
बच्चो की पहल होगी चारों ओर......
लेखक - आशीष कुमार
कक्षा - ९ अपना घर कानपुर
1 टिप्पणी:
बहुत सुंदर।
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ब्लॉगसमीक्षा की 27वीं कड़ी!
आखिर इस दर्द की दवा क्या है ?
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