धोबी की कमाई गधे ने जान गवाई
एक गधे की सुनो कहानी ।
सुनते ही होगी सबको हैरानी ॥
एक बार था जब गधा बीमार ।
फिर भी धोबी ने लादे कपड़े पूरे हजार ॥
हिलता-डुलता गधा बेचारा ।
धोबी ने न दिया उसको उस दिन चारा ॥
क्योंकि गधा था उस दिन बीमार ।
उसने न ढोये थे धोबी के कपड़े दस हजार ॥
इस पर धोबी ने गधे पर बेरहमी ढाई ।
धोबी के कार्यों में गधे ने अपनी जान गंवाई ॥
धोबी की तो हो गई खूब कमाई ।
लेकिन गधे की जान यमराज ले गए भाई ॥
लेख़क :आशीष कुमार
कक्षा :8
अपना घर
कक्षा :8
अपना घर
3 टिप्पणियां:
अजी यह गदहा कौन है... सुन्दर
मजेदार कविता
बेहतरीन प्रस्तुति... आशीष कुमार को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
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