मंगलवार, 7 अप्रैल 2009

कहानी:- पागल कुत्ता

पागल कुत्ता
एक बार की बात है। एक गाँव में एक कुत्ता रहता था। वह इसलिए पागल हो गया था, क्योकि उसके सर पर किसी ने गर्म पानी डाल दिया था, जिसके कारण उसका सर जल गया था और उसके सर में एक बड़ा सा जख्म बन गया था। वह इधर उधर घुमा करता था, दर्द से परेशां होकर, लेकिन कोई उसका ख्याल नही रखता था। उसके सर में कीडे पड़ गए वह कुत्ता कभी दर्द से परेशान होकर रस्ते में आते जाते लोगो को कटाने के लिए दौड़ता था और जख्मी कर देता था। इससे गाँव के लोग बहुँत परेशान हो गए, उन्होंने सोचा की ये कुत्ता काटता क्यो है ? उनके समझ में नही आया तो उन्होंने लालच देकर कुत्ते को पास में बुलाया और उसका सिर में देखा तो उसमे कीडे पड़े था। तब उनको समझ में आया की कुत्ता काटता क्यो था, फ़िर तो सभी गाँव वालो ने मिलकर उसका इलाज कराया फ़िर वह अच्छा हो गया। अब वह गाँव वालो के साथ रहने लगा और लोगो को परेशांन करना बंद कर दिया।
मुकेश कुमार , अपना घर, कक्षा 7

3 टिप्‍पणियां:

संगीता पुरी ने कहा…

अच्‍छी कहानी ...

mehek ने कहा…

simple and nice story

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत बढिया कहानी है।अच्छी लगी।