सोनपरी
एक बार की बात है। एक घने जंगल में एक परी रहती थी, उसका नाम सोनपरी था। सोनपरी बहुत ही सीधी और शांत स्वभाव की थी, लेकिन गाँव वाले उससे बहुँत डरते थे। गाँव वाले सोचते थे कि कंही वो हमारे बच्चो को खा न जाय। उस गाँव में एक बहुँत ही सीधा लड़का रहता था, लेकिन गाँव वाले उससे बोलते नही थे। लड़का बहुत दुखी रहता था, एक दिन वो रात को जंगल में सोनपरी के पास गया और बोला कि सोनपरी तुम मुझको खा लो, सोनपरी बोली क्यो लड़का बोला क्योकि गांव वाले मुझसे बात नही करते है। सोनपरी बोली मै तो किसी को नही खाती हूँ मै तुम्हारी मदद करुँगी , गाँव वालो को मै समझा दूंगी । लड़का वापस गाँव में आ गया। एक दिन गाँव में कंही से एक पागल हाथी आ गया और गाँव में उधम मचाने लगा गाँव वाले जान बचाकर भागने लगे तभी सोनपरी गाँव में आई हाथी को मार डाला फ़िर गाँव वालो से बोली मै आप लोगो को कोई कष्ट नही दूंगी। अब आप लोग सभी के साथ सुख से जिए और उस बच्चे को साथ लेकर बोली कि आप सभ इस से बात करेंगे तो मै हमेशा आपकी मदद करुँगी इतना कहकर परी उड़ गई।
ज्ञान
कक्षा ५, अपना घर
1 टिप्पणी:
ब्लोगिंग जगत मे आपका स्वागत है
सुंदर रचना के लिए शुभकामनाएं
भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
लिखते रहिए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
कविता,गज़ल और शेर के लिए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
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