रविवार, 30 अगस्त 2020

कविता : ये मुझे क्या हो गया

"ये मुझे क्या हो गया "

 ये मुझे क्या हो गया ,

और कहाँ खो गया | 

पढ़ते -पढ़ते एक रात को ,

मैं क्यों सो गया | 

क्यों वो नींद जरूरी थी ,

क्या मुझे सो  जाना चाहिए था | 

इन्ही बेपनाह सवालो  में खो गया,

एक बच्चा जब दसवी फेल | 

हो गया तो  उसे यही सवाल ,

भूतो के तरह डरते है | 

उसे चैन की नींद नही  सोने देते हैं ,

कवि :समीर कुमार ,कक्षा :10th , अपना घर

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