शीर्षक : योगी
अवसर मिले करो प्रयोग ,
चाहे वह क्यों न हो योग ।
योग के करने से भी बढ़ी हैं कई चीजे ,
चाहे हो मानसिकता की बीमारी ।
ख़तम हो जाये इससे बीमारी सारी ,
क्योंकि योग करने से बढती है कई चीजे ।
यदि योग की साधना करली पूरी ,
तो आ जाएगी तुम्हारे अंदर श्रद्धा और सबूरी ।
श्रद्धा से है जीना जरूरी ,
बुरे समाज के लोगो से बचना अति जरूरी ।
अब के हर बालक, युवाओं के मुँह पर है गाली ,
एक हाथ से बजे न कभी भी ताली ।
ये है सब एक तरह के रोगी ,
इनसे बचना है तो बन जा योगी ।
नाम : आशीष कुमार
कक्षा : 10
अपना घर कानपुर
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