नेता
बरसाती मेढ़क की तरह टर्र-टर्र ,
करते हैं नेता लोग .....
आता है जब चुनाव भइया ,
तभी दर्शन देते है जनता को नेता......
निकलते ही ढूंढ़ते हैं अपनी कुर्सी ,
और वोट मांगने जाते हैं घर-घर ......
चुनाव ख़त्म होते ही ,
दिखाई नहीं पड़ते हैं नेता .....
कई महीनो कई सालों बाद ,
दिखाई पड़ते हैं नेता ......
बरसाती मेढ़क की तरह टर्र-टर्र ,
करते हैं नेता लोग .....
आता है जब चुनाव भइया ,
तभी दर्शन देते है जनता को नेता......
निकलते ही ढूंढ़ते हैं अपनी कुर्सी ,
और वोट मांगने जाते हैं घर-घर ......
चुनाव ख़त्म होते ही ,
दिखाई नहीं पड़ते हैं नेता .....
कई महीनो कई सालों बाद ,
दिखाई पड़ते हैं नेता ......
लेखक : सागर कुमार
कक्षा : 8
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें