प्रदूषण
लोग कर रहें हैं बहुत प्रदूषण ,
फैला रखा है सभी जगह प्रदूषण....
जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण ,
सब जगह प्रदूषण ही प्रदूषण ....
जल में लोग कर रहें गंदगी,
जल में लोग कर रहें गंदगी,
खतरे में है अब सबकी जिन्दगी .....
वायु हो रही है प्रदूषित इतनी सारी ,
येसे तो जीवन जीना होगा भारी ......
सबसे बस यही है कहना
प्रदूषण न तुम करना
लेखक : धर्मेन्द्र कुमार
कक्षा : 9
अपना घर
1 टिप्पणी:
hamara bhi yahi kehena hai प्रदूषण ko roko
ham to jilenge apne home me par vo jo dust me hi rehte hai
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