रविवार, 20 मार्च 2011

कविता - बादल

कविता - बादल
काले- काले बादल आये ,
साथ में अपने पानी लाये....
छायी चारों तरफ हरियाली ,
फूला समाया न खुशी से माली ....
फूलों ने भर दी हैं बगिया ,
कहते हैं झरने और नदियाँ....
बढ़ी आक्सीजन  खत्म हुई आक्साइड,
अगर हम इंसान न करे पेड़ो से फाइट ....
लेखक - सोनू 
कक्षा - ९ अपना घर ,कानपुर