आसमान में दिखते तारे ।
सुन्दर-सुन्दर कितने प्यारे ॥
तारा जब टिमटिमाते हैं ।
बच्चे उछल-कूंद मचाते हैं ॥
और जिस दिन तारा न दिखता ।
उस दिन बच्चों का मन न भरता ॥
आसमान में दिखते तारे ।
सुन्दर-सुन्दर कितने प्यारे ॥
लेखक :जीतेन्द्र कुमार
कक्षा :७
अपना घर
कक्षा :७
अपना घर
4 टिप्पणियां:
आसमान में दिखते तारे ।
सुन्दर-सुन्दर कितने प्यारे ॥
कित्ता प्यारा बाल-गीत बधाई.
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"पाखी की दुनिया' में 'मैंने भी नारियल का फल पेड़ से तोडा ...'
बहुत सुन्दर,
सुन्दर बालगीत----।
Bahut achchhaa likha hai bhaiya jitendr ne---hardik shubhkamnayen.
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