आज बुधवार है,
नानकारी का बाजार है...
बाजार का झोला तैयार है,
आज मेरी सोच बेकार है...
आज तो रक्षा बंधन त्यौहार है,
राखी हाथ में बंधने को तैयार है..
राखी हम पहले बंधावायेंगे,
बाजार फ़िर बाद में जायेंगे...
खूब जम के मिठाई खायेंगे,
मिलके खुशियाँ मनाएंगे...
लेखक: आदित्य कुमार, कक्षा ७, अपना घर
3 टिप्पणियां:
आदित्य !
रक्षा बंधन की बधाई थोडा लेट से ही सही...
अन्य साथियों को भी कहना...
अच्छा लिखते हो ... लिखते रहो...
bahut sundar aditya
kitna acha likhte ho
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर आपको हार्दिक बधाई !!
एक टिप्पणी भेजें