बुधवार, 19 जनवरी 2022

कविता : "चलो पतंग उड़ाए "

"चलो पतंग उड़ाए "

चलो पतंग उड़ाए | 

इस महीने के माघ में ,

कभी बाएँ ,कभी दाएँ |

कभी नीचे ,कभी ऊपर ,

पतंगों को हम खुब लड़ाएं | 

एक दुसरे के डोरे काटे ,

सब बच्चे आंनद उठाए | 

इस मौसम के महीने में ,

चलो पतंग उड़ाए | 

कवि : सनी कुमार , कक्षा : 10th 

अपना घर

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