रविवार, 31 मई 2020

कविता : साल

" साल "

जनवरी , फरवरी मार्च आएगा,
पतझड़ और बसंत ऋतु लाएगा |
अप्रैल , मई ,जून आएगा,
गर्मी को साथ में लाएगा | 
जुलाई , अगस्त सितम्बर आएगा,
पानी का भवंडर आसमान में छाएगा | 
अक्टूबर , नवम्बर , दिसम्बर आएगा,
सर्दी को साथ में लाएगा | 
पूरा साल बस यूँ ही निकल जाता है,
कब क्या हुआ कहा नहीं जाता | 
बच कर रहना इन बिगड़ते मौसम में,
मत फसना बिमारियों के चुंगल में | 

कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 10th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता नितीश के द्वारा लिखी गई है जिसका शीर्षक " साल " है | इस कविता में नितीश ने एक साल के बारे में बताया है की कैसे एक साल इतने जल्दी निकल जाता है | नितीश को कविता लिखना बहुत अच्छा लगता है |

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