मौसम
मौसम बन जाय काश अगर ,
काले बादल छा जाय अगर/
बारिश की बूंदो को लेकर ,,
धरती पर गिर जाय अगर /
जो लोग थे आश लेकर बैठे ,
कब बारिश की बूंदे लौटे /
हरियाली भी तो थम गई थी ,
सूरज की गर्मी से सहम गई थी /
तब हो जाएगी साफ डगर ,
मौसम बन जाइ काश अगर /
नाम = प्रांजुल कुमार
कक्षा =7th
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