शनिवार, 14 अगस्त 2010

कविता प्यारी तितली

प्यारी तितली
जब जब आती तितली प्यारी
मन को भाती तितली प्यारी
रंग बिरंगी तितली प्यारी ।
फूलों से भी है सबसे न्यारी ॥
फूलों पर मंडराती है ।
यंहा वंहा उड़ जाती है ॥
हाँथ में हमारे आती ।
पंख फैलाकर उड़ जाती ॥
तितली प्यारी सबसे न्यारी ।
कई रंगों की तितली लगती प्यारी ॥
लाल गुलाबी नीली पीली ।
हाँथ में आते लगती पोली पोली
लेखक - ज्ञान कुमार
कक्षा -
अपनाघर , कानपुर

9 टिप्‍पणियां:

ASHOK BAJAJ ने कहा…

स्वतंत्रता दिवस की बधाई

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत सुन्दर कविता..

स्वतंत्रता दिवस की बधाई

Udan Tashtari ने कहा…

बढ़िया.


स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ.

सादर

समीर लाल

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

बहुत सुन्दर कविता..मुझे तो पसंद आई.
________________
स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ..!!

Chinmayee ने कहा…

bahut sundar hai kavita ....

बेनामी ने कहा…

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बेनामी ने कहा…

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