रविवार, 23 जुलाई 2023

कविता :"संघर्ष "

"संघर्ष "
 जीवन में एक पल पाया हूँ | 
संघर्ष से आगे बढ़ने को 
इस मौके को हौसलों से सजाया हूँ | 
जीवन में एक सितारा बनने को 
छोड़ चुका हूँ अपना घर दुवार | 
जीवन में कुछ पाने के लिए 
जीवन में एक पल पाया हूँ | 
कुछ बड़ा करने को
सपनो की दुनिया को सजाने को | 
जीवन में एक पल पाया हूँ 
दूसरों की मदद करने को | 
संघर्ष से आगे बढ़ने को  
कवि :अमित कुमार ,कक्षा :9th 
अपना घर 

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