शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

कविता :"मौसम ने बदल लिया मोड़ "

"मौसम ने बदल लिया मोड़ "

मौसम ने बदल लिया मोड़ ,

गर्मी से सर्दी कर दिया जोर।

सर्दी से बचकर है रहना ,

सर्दी को सहते है रहना।

गर्मी से सर्दी कर दिया जोर,

टाइम का पता नहीं चलता।

कब हुआ सबेरा कब हुआ अँधेरा,

मौसम ने बदल लिया मोड़।

पौलुसन  से और बढ़ रहा है सर्दी,

मौसम ने बदल लिया मोड़। ।

कवी: राहुल कुमार ,कक्षा 9th 

अपना घर

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