यार
लाल कबूतर आया
पीले से आकर बोला|
तुम हो पीले मैं हूँ लाल
हम दोनोंहै बचपन के यार|
यारी चलो निभायेगे
मीठे आम खायेगे |
पीला फिर झट से बोला
यारी तो मुझको नहीं है आती |
तुम यारी मुझे सिखाओ यार
हम दोनों है बचपन के यार |
बालकवि - राज कुमार
कक्षा - 5th
अपनाघर
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