आती मौका एक बार
आती मौका एक बार
मेहनत करना रात -दिन
खाये न पीये बिन
मुसीबत से न घबराता यार
आती मौका एक बार
चाहे पढाई हो चाहे खेल -कूद
किसी से न हटना दूर
कोशिश करना बार -बार
क्योकि मौका आती एक बार
पढाई हो चाहे खेल का मैदान
देवा हटा नहीं है ये सबसे यार
जल्दी मैं नहीं मानता हूँ हार
देवा कुमार, कक्षा -4, अपना घर, कानपुर
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