शनिवार, 19 अप्रैल 2014

कविता: हवा आया हवा आया

हवा आया हवा आया 

हवा आया हवा आया 
पेड़ से गिरता हुआ आम आया 
धूल कीचड़ से उड़ता आया 
सबके आँखों में धूल आया 
सब बच्चे रोते  आये
हवा आया हवा आया 
पेड़ से गिरता हुआ आम आया 
 कवि: प्रभात कुमार, कक्षा 3rd, 
अपना घर, कानपूर

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