हिंदी की पहचान है
बिंदी से इसकी सम्मान है
बोलेते इस है भारत वासी
जिसे आती नहीं ये राशि
वो कर्म करो ज़रा सी
हमने इसे माना है
क्या कभी इसे बोलना नहीं जाना
कानपुर हो या फिर काशी
हिंदी बोलना सीखो ज़रा सी
हमने इसको एक स्थान दी है
भाषा अपनी इसको मान ली है
सुनो वो भारत वासी
हिंदी बोलना सीखो जरा सी
अनोखी दुनिया से इसे है लाएं
इसको अपना स्वर्ग बनाए
तो आप सभी को हिंदी दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं
नाम देवराज
कक्षा ६
(अपना घर ,कानपुर )
1 टिप्पणी:
very good
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