मंगलवार, 12 अक्टूबर 2010

कविता :तितली आई

तितली आई

तितली आई तितली आई ।
रंग-बिरंगी तितली आई ॥
फूलों पर वह जाती है ।
मुंह में रस भर लाती है ॥
मीठे गीत सुनाती है ।
सबका मन बहलाती है ॥
तितली आई तितली आई ।
रंग-बिरंगी तितली आई ॥

लेख़क :अजय कुमार
कक्षा :
अपना स्कूल

3 टिप्‍पणियां:

रानीविशाल ने कहा…

तितलियों सी ही सुन्दर कविता के लिए आभार !
नन्ही ब्लॉगर
अनुष्का

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

कित्ती प्यारी तितली...अच्छा लगा यह गीत.

माधव( Madhav) ने कहा…

सुन्दर गीत