मंगलवार, 12 अक्टूबर 2010

कविता :तितली आई

तितली आई

तितली आई तितली आई ।
रंग-बिरंगी तितली आई ॥
फूलों पर वह जाती है ।
मुंह में रस भर लाती है ॥
मीठे गीत सुनाती है ।
सबका मन बहलाती है ॥
तितली आई तितली आई ।
रंग-बिरंगी तितली आई ॥

लेख़क :अजय कुमार
कक्षा :
अपना स्कूल

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