" दोस्ती उसे बनाओ "
दोस्ती उसे बनाओ |
जिनमें दोस्ती की लायक हो ,
अच्छे बुरे वक्त में काम आये |
सफलता को एक राह बन जाए ,
मुसीबतों में पहाड़ बन जाए |
बुलंद हौसले का त्यौहाररौनक कराए ,
तारो की तरह टिम तिमाएँ |
जुगुनू की तरह दोस्ती में फैलाए ,
दोस्ती उसे बनाओ |
जिसमे दोस्ती का भरोसा हो ,
सूरज की तरह हर जिन्दगी में रौशनी बन जाए |
विशाल दोस्ती का पहचान बनाए,
कवि : सार्थक कुमार , कक्षा : 11th
अपना घर
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