शनिवार, 5 मई 2018

कविता : सपना

 " सपना "

सपना एक ही अपना है, 
जो सबके मन में आता है  | 
मन से कभी निकल जाता है, 
तो दिल में कभी रह जाता है |  
खयाल भी ऐसा होता  है, 
जो दिल से चुरा ले जाता है | 
सपना एक ही अपना है, 
जो दिल में  रहता है | 
सपने में खो जाते हैं, 
खोते खोते सो जाते है | 
सपना एक ही अपना है | | 

नाम : अवधेश कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 


कवि परिचय : यह है अवधेश कुमार जो की बिहार के रहने वाले हैं | अवधेश कक्षा 5 के छात्र हैं और दिल से बहुत ही हसमुख हैं | अवधेश हमेशा कुछ न कुछ करते रहते हैं जो की सबको अच्छा लगता है | अवधेश बड़े होकर पुलिस बनना  चाहते हैं | 

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