शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

कविता : "गर्मी का मौसम हो गया सुरु "

"गर्मी का मौसम हो गया सुरु " 

गर्मी का मौसम हो गया सुरु | 

कही छाँव तो कही पंखा के नीचे ,

काटेंगे दिन अपना | 

पढ़ाई में तो मन नहीं लगेगा ,

क्योंकि सूरज निकलना हो गया सुरु | 

दिन भर इधर -उधर भटकते रहेंगे ,

कभी रूम में तो कभी लाइब्रेरी | 

सब इंतजार करते है उस समय का ,

जब खेलने का काम होता है सुरु | 

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 7th 

अपना घर  

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