बच्चों का आकाश .... बच्चों के लिए
" आसमान में तारे "
आसमान में तारे |
दिखते है बहुत सारे ,
कुछ टिमटिमाते हुए |
कुछ झिगमिगाते हुए ,
उन अंधेरी रातों में |
जुगनू के तरह रोशनी फैलाते हुए |
आसमान में तारे ,
दिखते है बहुत सारे |
कवि : गोपाल कुमार , कक्षा : 4
अपना घर
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24-06-2021को चर्चा – 4,105 में दिया गया है।आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।धन्यवाद सहित दिलबागसिंह विर्क
सुंदर कविता
बहुत सुंदर बाल कविता बाल मन ही सुकोमल ।बधाई आपको नन्हे कविवर।
सुन्दर कविता...
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24-06-2021को चर्चा – 4,105 में दिया गया है।
जवाब देंहटाएंआपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।
धन्यवाद सहित
दिलबागसिंह विर्क
सुंदर कविता
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर बाल कविता बाल मन ही सुकोमल ।
जवाब देंहटाएंबधाई आपको नन्हे कविवर।
सुन्दर कविता...
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