मंगलवार, 22 जून 2021

कविता : " मै अब भी याद करता हूँ "

" मै अब भी याद करता हूँ "

 मै अब भी याद करता हूँ | 

उस पल को ,

जब मै घुटनों के बल चलता था | 

मुझे याद हैं वह दिन ,

जब खटिए से गिर जाता था | 

मुझे याद है वह दिन ,

जब मै मिट्टी से सना रहता था | 

उसे डर था की कहीं गिर ना जाए कहीं वह ,

एसलिए उँगली पकड़ कर चलता था | 

उसे मालूम था कि खो ना जाए कहीं वह ,

एसलिए हाथ नहीं छोड़ता था | 

मै अब भी याद करता हूँ ,

उस पल को | 

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा :7 

अपना घर

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