शनिवार, 26 सितंबर 2020

कविता : साइटिस्ट बना रहे कोरोना की दवाई

" साइटिस्ट बना रहे  कोरोना की दवाई "

साइंटिस्ट  बना  रहे कोरोना की दवाई ,

लोग दुनिया में  रहकर कर  रहे लड़ाई | 

कोरोना डोक रहा है  तोप ,

हम सब बैढ़कर कर चूस रहे लाली पोप | 

कोरोना कर दिया जीना मुश्किल  ,

लोग बैठे ठोक रहे किली | 

साइंटिस्ट बना रहे दवाई ,

उसे कहते है लड़ाई | 

कोरोना  को ठोक दिया गोली ,

बच्चे मनाएगे होली | 


कवि  : नेरृ कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर

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