बुधवार, 25 मार्च 2020

कविता : बसंत के मौसम में

" बसंत के मौसम में "

बसंत के मौसम में,
कुछ तो अलग होगा 
चाँद और सितारों के बीच
 कोई तो राज़ होगा | 
बसंत के मौसम में,
शहर में खुशहाली है | 
भगवान के चरणों में पीला फूल चढ़ा है
यह मौसम कितना बड़ा है |
इस बसंत में होगी हरियाली,
चिड़ियों की रंग बिरंगें निराली |
बसंत के मौसम में,
कुछ तो अलग होगा | 

कवि : संजय कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता संजय के द्वारा लिखी गई है जो की झारखण्ड के रहने वाले हैं | संजय एक बहुत ही मेहनती बालक है और हमेशा पढ़ाई के प्रति अटल रहता है | संजय को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है |

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