गुरुवार, 28 नवंबर 2019

कविता : प्रदूषण न बढ़े

" प्रदूषण न बढ़े "

मैं चाहता हूँ की सभी को,
पेड़ लगाना पड़े | 
जिसके कारण हमारे 
संसार का प्रदूषण न बढे | 
लड़ाई चाहे जितनी बड़ी हो,
पर बन्दूक चलाना न पड़े 
प्रदुषण जब कम होगा 
तो सफाई भी करना नहीं पड़ेगा | 

कवि : अजय कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविताअजय के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं और अभी तक छोटी -मोटी कवितायेँ लिखते हैं | अजय को कवितायेँ लिखना बहुत अच्छा लगता है | कवितायेँ लिखने के साथ साथ पढ़ाई में भी अच्छे हैं |  

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