गुरुवार, 16 अगस्त 2018

कविता : गुरु का ज्ञान

" गुरु का ज्ञान "

अँधेरे में हर व्यक्ति घबराते हैं, 
गुरु की ज्ञान पाने वाला व्यक्ति | 
जीवन में अवश्य सफलता पाता है, 
गुरु की ज्ञान से उजाला हो जाता है | 
जीवन के हर मुसीबत में, 
गुरु का ज्ञान ही काम आता है | 
अँधेरे में छिपी हुई एक मोमबत्ती, 
जलने के लिए बेताब रहती है | 
किसी गरीब व्यक्ति की मदद के लिए, 
जिंदगी में  रोशनी डालने की जरूरत होती है  | 

कवि : ओमप्रकाश ,  कक्षा : 7th ,  अपना घर 

कवि परिचय : यह हैं ओमप्रकाश जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और अपना घर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं | ओमप्रकाश को डांस करना बहुत अच्छा लगता है और मशीन को ठीक करना भी सीखा है | ओमप्रकाश को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | 

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