गुरुवार, 31 मई 2018

कविता : ठण्डी

" ठण्डी " 

ठंडी का मौसम आया है,, 
हाथ - पैर बहुत ठंडाया है | 
सुबह न उठाने का करता मन, 
कैसे लगाएंगे पढ़ाई में मन | 
मोजा टोपी लगाएंगे साथ में, 
बैठे पड़े है पुस्तकालय में | 
ठंडी का मौसम आया है | | 

कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 7th , 


 कवि परिचय : यह हैं कुलदीप कुमार जो की छत्तीसगढ़ के  रहने वाले हैं और पढ़ाई में बहुत ही अच्छे हैं | कुलदीप क्रिकेट भी बहुत अच्छा खेलते हैं  | 

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