मंगलवार, 22 मई 2018

कविता :काश बारिश का मौसम आए

" काश बारिश का मौसम आए "

काश बारिश का मौसम आए,
मन करता है बारिश में नहाए | 
सारी घमौरियाँ दूर हो जाए, 
मन करता है बादल बन जाए | 
धरती पर खूब पानी बरसाए,
जब तक चारो ओर पानी भर जाए | 
रोज़ सुबह उसमें डुबकी लगाए,
जंगल को और हरा - भर बनाए | 
सूखे पौधों को पानी दे,
फिर से जीने का सहारा दे |  
काश बारिश का मौसम आए,
मन करता है बारिश में नहाए | 

कवि  संतोष कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें