शनिवार, 24 मार्च 2018

कविता : विलाप करके क्या फायदा

" विलाप करके क्या फायदा "

सोच - सोचकर सपने देखकर,
विलाप करके क्या फायदा | 
मन की अचरज बात को सोचकर,
सहमे जिंदगी जीने का क्या फायदा | 
चिंता के साथ क्या जीना,
जो जिन्दा व्यक्ति को मुर्दा घोषित करदे | 
ये जीवन का चक्कर भी,
क्या - क्या बना देता हैं | 
इस साठ साल की जिंदगी में ,
 हर लम्हा यादगार बना देता है | 

नाम : विक्रम कुमार , कक्षा : 7th , अपना घर 


कवि परिचय : यह है विक्रम कुमार जो की बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं | विक्रम के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहती है | कविताऍं ऐसी लिखते हैं मानो  उसमें जान फूक दिए हो | अभी तक विक्रम ने बहुत सी कवितायेँ लिख चुके हैं |  

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