उठो देश के युवा जवानों
अरे ओ देश के युवा जवानो ,
उठो और देश को तुम जानो....
बदल गया यह अपना देश ,
बदल गया यहाँ का परिवेश....
फैला है हर जगह भ्रष्टाचार ,
नहीं दिखता कही अब शिष्टाचार....
इस भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाना है ,
एक अच्छा सा देश बनाना है ....
नहीं चलेगी अब किसी की तानाशाही,
मिलकर रहेंगे सब भाई -भाई ...
अरे ओ देश के युवा जवानो ,
इस देश को तुम बदल डालो ....
अरे ओ देश के युवा जवानो ,
उठो और देश को तुम जानो....
बदल गया यह अपना देश ,
बदल गया यहाँ का परिवेश....
फैला है हर जगह भ्रष्टाचार ,
नहीं दिखता कही अब शिष्टाचार....
इस भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाना है ,
एक अच्छा सा देश बनाना है ....
नहीं चलेगी अब किसी की तानाशाही,
मिलकर रहेंगे सब भाई -भाई ...
अरे ओ देश के युवा जवानो ,
इस देश को तुम बदल डालो ....
लेखक : धर्मेन्द्र कुमार
कक्षा : 9
अपना घर
bahut hi sunder kavuta manbhawan ji.
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