गुरुवार, 24 मार्च 2011

कविता - भारत में कोई नहीं बोलने वाला

 भारत में कोई  नहीं बोलने वाला  
देश में अपने होता घोटाला ,
नेता -मंत्री न कोई बोलने वाला ....
नेता मंत्री क्यों बोले ,
अपना मुँह वह क्यों खोले ....
नेता मंत्री खुद करते है घोटाला,
लगाके गोदामों में ताला ....
राजा हो या कलमाड़ी ,
सब के सब करते हैं घोटाला...
भारत में कोई नहीं बोलने वाला,
ये हैं देश के भ्रष्ट नेता ....
गरीबों की रोजी मारे,
पैसों से भरते अपने झोले....                                                                                                  देश में अपने होता  घोटाला, 
नेता -मंत्री न कोई  बोलने वाला ....
लेखक - मुकेश कुमार 
कक्षा - ९ अपना घर , कानपुर

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