एक घर की सुनो कहानी ,
जासूसी करती थी उन सब की नानी .....
नानी थी तो बिल्कुल पतली-दुबली ,
जैसे तलवार की धार हो नोकी पैनी वाली .....
वह जिसके पास है जाती ,
उसके पैरों तले जमीन खिसकती .....
एक दिन नाना जी को गुस्सा आया ,
नानी की खोपड़ी को तबला समझ खूब बजाया .....
लेख़क :आशीष कुमार
कक्षा :8
अपना घर
कक्षा :8
अपना घर
नानी के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था.
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i agree with above
जवाब देंहटाएंसच में नानी के साथ ऐसा क्यों...
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