गुरुवार, 11 मार्च 2010

कविता: रंग -बिरंगी चिड़ियाँ

रंग -बिरंगी चिड़ियाँ

रंग -बिरंगी चिड़ियाँ आयें ।
पूरब से पश्चिम को जायें ॥
जो -जो चिड़ियाँ न उड़ पायें ।
धरती पर वो नाचे -गायें ॥
रंग -बिरंगी चिड़ियाँ आयें ।
उड़ -उड़ कर वो नदी में जायें ॥
वहां पर अपनी प्यास बुझायें ।
रंग -बिरंगी चिड़ियाँ आयें ॥

लेखक :ज्ञान कुमार, कक्षा , अपना घर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें