इंसान की जिन्दगी की सिर्फ ,
दो पल की होती है .....
उसी में जीना और उसी में मरना ,
यही है जिन्दगी का मतलब .....
इंसान जीता है कुछ पाने के लिए ,
लेकिन सब कुछ पाते- पाते .....
सब कुछ खो देता है ,
आखरी में ठोकर खा कर ही .....
उसकी जान चली जाती है ,
इंसान की जिन्दगी दो पल की होती है .....
लेखक :हंसराज कुमार
कक्षा : ६
अपना घर
कक्षा : ६
अपना घर
Sundar va sarthak baat...dhanywaad.
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