हिंदुस्तान हमारा है,
हमको जान से प्यारा है....
इसकी खातिर लोगो ने दी क़ुरबानी,
तब जाकर मिली हम सबको आजादी....
देश के खातिर जो मिट गए,
अंग्रेजों को देश से खदेड़ गए.....
अंग्रेज तो कब के चले गए,
पर अपनी अंग्रेजियत छोड़ गए ....
आज काले अंग्रेज करते है राज,
नही सुनता कोई गरीबों की आवाज....
क्या इस अंग्रेजियत से पार पाएंगे,
न जाने कब इनको मार भगायेंगे ....
लेखक: आदित्य कुमार, कक्षा ७, अपना घर
Bal sahity hindi me ek upekshit si vidha rahi hai.Aisi sthithi me is disha me koi bhi prayas prasansniya hai.Shubkamnayen.
जवाब देंहटाएंnice
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