शनिवार, 18 अप्रैल 2009

कविता:- हमारा अख़बार


हमारा अखबार
कितना अच्छा है, अखबार हमारा,
दुनिया भर की बातें भर लाया।
सुबह आता है जब अखबार,
पढ़ते हैं दुनिया की खबरे भरमार।
हिन्दुस्तान है अखबार हमारा,
हमको लगता है सबसे प्यारा।
सबसे अच्छा सबसे न्यारा,
हिन्दुस्तान अखबार हमारा।
इधर उधर की खबरे लाता,
यूं ही सबका मन बहलाता।
हिन्दुस्तान अखबार हमारा,
सबसे अच्छा सबसे न्यारा।
अक्षय कुमार, कक्षा 6
अपना घर,
बी-135/8, प्रधान गेट, नानकारी,
आई0आई0टी0, कानपुर-16

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