शनिवार, 27 जुलाई 2024

कविता :"आज़ादी "

"आज़ादी "
आजादी मिली हमें  वीरों से ,
जब लिपटे थे जंजीरों से | 
चढ़ गया सूली पर लोगो ने ,
जब अत्याचार्य किया अंग्रेजो ने |  
ख़त्म किया साम्राज्य हमारा ,
लूट लिया था ज्ञान सारा | 
बेजान हो गया शान हमारा ,
खून खौल उठा तब लोगो में | 
लहक उठी जब सोलो में ,
ख़त्म किया राज्य उसका | 
कवि :सुल्तान ,कक्षा :10th 
अपना घर 

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