"सोच "
अपनी सोच को सुधारो लोगो ,
क्यों इतना जीवन में भाग रहे हो |
इनसे डर कर क्यों जीवन काट रहे हो ,
अपनी हिम्मत पर रखो विश्वास |
हर पल न होगा इनका विकाश ,
याद करलेंगे सारे वादे |
जितना इन्होने हम पर बांधे ,
खुद पर रखना संयम |
आगे बनेगा अपना नियम ,
अपनी सोच को सुधारो लोगो |
क्यों इतना जीवन में भाग रहे हो,
कवि :अवधेश ,कक्षा :11th
अपना घर
सुंदर
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